Changes

खाली लाधगी / मदन गोपाल लढ़ा

736 bytes added, 11:34, 9 जुलाई 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मदन गोपाल लढ़ा |अनुवादक= |संग्रह=च...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मदन गोपाल लढ़ा
|अनुवादक=
|संग्रह=चीकणा दिन / मदन गोपाल लढ़ा
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
सौ पांवडां रो आंतरो
ठेसण माथै ऊभी-
साधारण सवारी गाड़ी
भाजतां-भाजतां
सांस गळै में आग्यो।

टिगट लेय'र
जद दोरो-सोरो
रुड़कती गाड़ी में बड़्यो
समान समेत
डब्बै में साव खाली लाधगी
ऊपरली सीट।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits