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बहुत तलाशा मैंने लेकिन मिला न कोई बेईमान / डी. एम. मिश्र
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09:56, 24 अगस्त 2017
भरा पड़ा है काला धन अफ़सर, नेता सोने की खान।
जिसको देखेा परेशान है, जनता की ही सबको
फिक्ऱ
फ़िक्र
भेाली-भाली जनता को ही ठगना है सबसे आसान।
</poem>
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