Changes

इज़्ज़तपुरम्-81 / डी. एम. मिश्र

573 bytes added, 12:05, 18 सितम्बर 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=डी. एम. मिश्र |संग्रह=इज़्ज़तपुरम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=डी. एम. मिश्र
|संग्रह=इज़्ज़तपुरम् / डी. एम. मिश्र
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
अँधेरे की दुनिया
उजाले में
फिर निखरी

दिन निकला
बदल गयीं
कैसे रोशनाइयॉ

प्रेस कपड़े
फ्रेश चेहरे
चैम्बर में फिर साहब

सिर पर सवार
फिर धुली टोपी
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits