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नृत्य / हुम्बरतो अकाबल / यादवेन्द्र
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20:04, 21 सितम्बर 2017
ग़रीब आदमियों के
गरीबी की वजह से
लड़खड़ाते हैं क़दम
गरीबी की वजह से
और वे औंधे मुँह
गिर पड़ते हैं नीचे...
अनिल जनविजय
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