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वृक्षों के पत्तों की बन्द मुट्ठियाँ / पूनम अरोड़ा 'श्री श्री'
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11:24, 20 अक्टूबर 2017
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सारे वृक्ष रात को उन प्रेमिकाओं की
सांस
साँस
बन रहे थे
जो अपने मकानों में बंद रहती हैं.
लगा ऐसा
Anupama Pathak
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