|जन्मस्थान=जयपुर, राजस्थान
|कृतियाँ= शेष होते हुए (1985), [[दीवारों के पर कितनी धूप / गोविन्द माथुर| दीवारों के पर कितनी धूप]] (1991), [[उदाहरण के लिए आदमी / गोविन्द माथुर| उदाहरण के लिए आदमी]] (1998)
बची हुई हसी हँसी (2006)
|विविध=राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा`शेष होते हुए´के लिए वर्ष 1986 में सुमनेश जोशी पुरस्कार।