गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
लड़ती हुई लड़की / जयप्रकाश त्रिपाठी
1 byte added
,
16:45, 20 नवम्बर 2017
लड़कियाँ हर सुबह की लौ होती हैं,
लड़कियाँ वक्त की, शब्द की, अर्थ की, गूँज-अनुगूँज की,
मुस्कराती चुप्पियों और पूरी प्रकृति की सबसे खूबसूरत इबारत हैं,
ऐसा-वैसा कुछ कभी न कहना किसी लड़की बारे में।
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits