|जन्म=
|जन्मस्थान=
|कृतियाँ=‘विश्वमिथकसरित्सागर’, ‘मानवदेह और हमारी देहभाषाएँ।|विविध=कार्ल मार्क्स के ध्यान-शिष्य, आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के अकिंचन शिष्य। सौन्दर्यबोध शास्त्र, देहभाषा, मिथक आलेखकार, समाजवैज्ञानिक वैश्विक दृष्टिकोण के विनायक- अनुगामी, आलोचिन्तक।
|अंग्रेज़ीनाम=Ramesh kuntal megh
|जीवनी=[[रमेश कुंतल मेघ / परिचय]]