* [[बुझने दो शम' अ मुहब्बत की जलाते क्यूँ हो / कविता सिंह]]
* [[रहेगी ज़िन्दगी में आख़िरश ये तीरगी कब तक / कविता सिंह]]
* [[वस्ल के ख़्वाब सज़ा कर के सहर जाती है / कविता सिंह]]
* [[ख्यालों में वल्लाह छाया हुआ है / कविता सिंह]]
* [[तू रहे लाख अब हिजाबों में / कविता सिंह]]
* [[वस्फ़ इक बारगी कहाँ मिलता / कविता सिंह]]
* [[दर्द के कासिद से भी रिश्ता निभाया किस तरह / कविता सिंह]]