गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
मेनोपॉज / निरुपमा सिन्हा
3 bytes removed
,
10:46, 26 जनवरी 2018
वह अकेली थी
नितांत अकेली
क्यूँकि .... मोनोपॉज़
!!
!
कोई रोग नहीं है
जिसके लिए संवेदनाएँ इकठ्ठा की जाएँ!!
</poem>
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,130
edits