गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
उम्र तमाम / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
18 bytes added
,
12:10, 11 फ़रवरी 2018
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज
‘हिमांशु’
'हिमांशु'
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<
poem
Poem
>
1
डरी–डरी आँखों में
पाना-खोना,यही है जीवन
आँसू से होता है तर्पण ।
</poem>
वीरबाला
4,942
edits