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संघर्षों में जो जीते हैं
उनका मूल्य अधिक होता है ।
घर में बैठ चुहलबाजी से
जीवन नहीं जिया करता है ।।
कठिन परिश्रम करने वाले
कर्म-कुदाल चलाने वाले
कर्महीन शोसेबाजी से
जीवन नहीं जिया करता है ।
कठिन दौर से जो लड़ते हैं
देही पुण्य भूमि हो जाती
किन्तु समय की बर्वादी से
जीवन नहीं जिया करता है ।
जो अपनों को आहत करते
वह जन सर्वमान्य कहलाता
केवल कोरी गुटबाजी से
जीवन नहीं जिया करता है ।
अब भी समय शेष है प्यारे !
लिख ले अपनी राम कहानी
कोई ठहरा नहीं जगत में
विषवाणों की नहीं कामना
अमृतत्व का कुंड बसा ले
क्रोध,कर्कशा ,नाराज़ी सेजीवन नहीं जिया करता है ।
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