गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
संकट / लैंग्स्टन ह्यूज़ / यादवेन्द्र
16 bytes removed
,
09:58, 18 मई 2018
तो अपनी बद-दुआएँ वापिस लेता हूँ।
अगर मैंने कभी अपनी बूढ़ी माँ को कोसा हो
और चाह हो कि वह नरक में जाए
तो मैं उस दुर्भावना के लिए शर्मिन्दा हूँ
और अब उसका भला चाहता हूँ।
मेरा बूढ़ा बाप एक आलीशान महल में मरा
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,749
edits