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नक्शे में रेखा / मोहन राणा
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07:58, 23 मई 2018
सरसर पीपल के झोंकों में बची छाया तल बैठे,
कि कभी लगता एक चमक टूट कर गिरेगी मुझ पर आकाश से
प्रत्यक्षा के लिए
</poem>
Sharda suman
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