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प्रकट होगी देबीमाई, चलकै ब्रहमलोक तै आई / राजेराम भारद्वाज
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17:53, 24 मई 2018
'''री देबी चाहू देखणी, एक बर तेरी शान मैं ।। टेक ।।'''
यज्ञ-
हवनए
हवन
तप-अराधना, करते वर्ष बितगे अठारा,
प्रजा न्याकारी राजा, गऊ ब्रहामण का प्यारा,
म्हारा बेड़या परा लगाईए, राजन् मांग तनै जो चाहिए,
Sandeeap Sharma
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