627 bytes added,
16:37, 26 जुलाई 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]]
|अनुवादक=
|संग्रह=आंख ई समझै / लक्ष्मीनारायण रंगा
}}
{{KKCatHaiku}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
गूंजै प्रभाती
राम मिंदरां मांय
नैड़ा चुणाव
{{KKBR}}
मन साहस
पंखां पर बिस्वास
मंजिल पास
{{KKBR}}
घोर अंधार
बादळां रा अम्बार
बो तारो हंसै
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader