574 bytes added,
07:06, 27 जुलाई 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]]
|अनुवादक=
|संग्रह=आंख ई समझै / लक्ष्मीनारायण रंगा
}}
{{KKCatHaiku}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
अेक कमरो
अेक ई छात पण
दो मन जुदा
{{KKBR}}
मांय उमस
सै पड़दा हटाओ
दुरजा खोलो
{{KKBR}}
आज रा राम
दे रै‘या बनवास
दसरथां नै
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader