गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
हो! गुरू नै ऐसा ज्ञान सिखाया, मनै खोल सभा म्य गाया / ललित कुमार
14 bytes removed
,
18:03, 22 अगस्त 2018
'''श्री लख्मीचंद प्रश्नावली व ललित कुमार उतरावली रचना-'''
'''प्र.-
हो
गुरु जी मनै ऐसा ज्ञान सिखादे, कोए गावणीया-ऐ-गादे || टेक ||''''''उ.- गुरू
जी
नै ऐसा ज्ञान सिखाया, मनै खोल सभा म्य गाया || टेक ||'''
प्र.- बेमाता की मात बतादे, सास बतादे गौरा की,
Sandeeap Sharma
445
edits