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05:09, 29 सितम्बर 2018 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=[[अजय अज्ञात]]
|अनुवादक=
|संग्रह=इज़हार / अजय अज्ञात
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<poem>
करुण चरण कल्याणी जननी
मृदुल करो मम् वाणी जननी
दया‚ क्षमा का भाव जगा दो
दयामयी गुर्बाणी जननी
हरो सकल कष्टों को मेरे
जगत् सृजक ब्रह्माणी जननी
आलोकित कर दो प्रज्ञा को
तपस्विनी इन्द्राणि जननी
अतुल अलौकिक साहस दे दो
रिपु मर्दक क्षत्राणी जननी
मिले सुयश जीवन में मुझ को
करो कृपा कल्याणी जननी
</poem>