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घर -2 / विनय सौरभ
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08:53, 5 अक्टूबर 2018
बड़े भाई को कहता हूँ फलाँ काम देख लीजिएगा मौसी के यहाँ चले जाइएगा, सुना है बीमार है अब वही तो एक बहन बची है माँ की !
याद है गुड़ के
अरसे
अनरसे
कितना भेजा करती थी हमारे लिए !
चाहता हूँ बस छूट ही जाए !
Kumar mukul
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