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एक मुद्दत हुई एक ज़माना हुआ / साग़र सिद्दीकी
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15:01, 8 अक्टूबर 2018
रह्र-ओ-रास्ते का निशाना हुआ
हम जहाँ भी
गये
गए
ज़ौक़-ए-सज्दा
लिये
लिए
हर जगह आप का आसताना हुआ
अनिल जनविजय
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