गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
हमारे शहर को ये क्या हो गया है / डी. एम. मिश्र
1 byte removed
,
09:47, 30 दिसम्बर 2018
सुहाना वो मंज़र कहाँ खो गया है
न ख़ुशबू गुलों में न रंगे- हिना वो
कोई गुलिस्ताँ में ज़हर बो गया है
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits