Changes

अबोले हैं शब्द
ठण्डी छाती को फाड़कर निकलते हैं,
शाम को जब विफल हो बिखरते हैं,
जब उल्लू चीख़-चिल्ला रहा होता है।
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,118
edits