Changes

'{{KKRachna |रचनाकार=जगदीश पीयूष |अनुवादक= |संग्रह=बोली बान...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKRachna
|रचनाकार=जगदीश पीयूष
|अनुवादक=
|संग्रह=बोली बानी / जगदीश पीयूष
}}
{{KKCatAwadhiRachna}}
{{KKCatGeet}}
<poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=जगदीश पीयूष
|अनुवादक=
|संग्रह=बोली बानी / जगदीश पीयूष
}}
{{KKCatAwadhiRachna}}
{{KKCatGeet}}
<poem>
गोरी गावे कजरी
घिरि आई बदरी

गावे ग्वाल बाल कनवा उटेर बिरहा
चुवे बुढ़ऊ क घर गिरि जाय मड़हा

घूम घूम बदरा
झूम झूम बदरा

गिरै पनिया पनारा होइ जाय गड़हा
चुवे बुढ़ऊ क घर गिरि जाय मड़हा

धार धार बदरा
जइसे गिरै मुसरा

भरे खेतवा कियारी उतिराय बरहा
चुवे बुढ़ऊ क घर गिरि जाय मड़हा

</poem>


</poem>