{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=त्रिलोचन कंस्तांतिन कवाफ़ी
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कवाफ़ी आधुनिक कविता के प्रणेता माने जाते हैं। 1863 में सिकन्दरिया, मिस्र में जन्मे कवाफ़ी की कविताओं से गुज़रें तो ज्ञात होता है कि उन्होंने यूनानी समाज-जीवन की विडम्बना को गहरे धँसकर अभिव्यक्ति दी। पतनशील समाज की गहरी छायाएँ जो इंसान को इंसान से दूर कर रही थीं -- कवाफ़ी ने गहरे अवसाद में डूबकर उन्हें ज़बान दी।