|मृत्यु=
|कृतियाँ=एक ईरानी औरत की कविताएँ (2008), प्रेम की सात घाटियाँ (2008), देशनिकाले की गूँज (2006), संगसार (2005) कुल चार कविता-सँग्रह
|विविध=मानवाधिकार, युद्ध, शरणार्थी और नारीवाद आदि इनके प्रिय विषय हैं और ये अक्सर इन्हीं विषयों पर कविता लिखती हैं। शरीया, अभिव्यक्ति की आज़ादी, सामाजिक न्याय, स्त्री अधिकार, अल्पसंख्यकों के अधिकार आदि विषयों पर भी इन्होंने ख़ूब लीखा है। इनका बचपन पाकिस्तान और डेनमार्क में बीता। आजकल अमरीका में रहती हैं। इनकी कविताओं का अनुवाद 20 से ज़्यादा भाषाओं में हो चुका है।है।इन्हें अमरीका के पुशकार्ड पुरस्कार (2008) और ’अनिसफ़ील्ड बुक अवार्ड’ (2008) मिल चुके हैं।
|जीवनी=[[शीमा कलबासी / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम=Sheema Kalbasi