तेरी याद आ रही थी, मुझे भरमा रही थी ।
मुरमेलोन के पास था मैं, यह है था वह इलाका
जहाँ विरह में मधुपान कर, मुझ जैसा छैला-बाँका
गोलाबारी से घिरा हैथा, झेले गोलों का धमाका
ओ लू ! तू अशुभ है, अमंगल, नज़र तेरी भोली
मुझे बेध रही है थी ऐसे, ज्यों सीसे की कोई गोली ।
'''रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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