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10:46, 29 नवम्बर 2019 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=राजेन्द्र देथा
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म्हैं जद छोटा थकां हा
म्हानै मांगीलाल गुरूजी
एक बात हमेशा केंवता कै-
"बेटा दुनिया रोज बदलै"
अबै जद कदैई मिलसी गुरूजी
म्हैं वां'सू एक बात जरूर पूछूंला-
"गुरूजी औ जेकेलोन आगै बण्योडै़ फुटपाथ
अर फुटपाथ माथै सूत्योत्डौ़ ओ रामेसर बदलै क्यूं कोनी?
</poem>
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