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04:57, 8 दिसम्बर 2019 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=पूनम चंद गोदारा
|अनुवादक=
|संग्रह=
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<poem>
थूं
नीं मैसूस सकै
म्हारै
अणहूतै प्रेम नै
जिकौ लैवे
हिलौरा हिरदै रै
गैहरे समंद में
जिकौ झूरै
छिण-छिण थारी
ओळ्यू
थूं नीं दिखै तो
फिरूं
बिकनौ-बिकनौ
प्रेम री
मरीचिका लारै
व्याकल मिरग सो
</poem>
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