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इन्सान / शैलेन्द्र सिंह दूहन
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08:24, 9 जनवरी 2020
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इन्सान
मैं हिन्दू हूँ मगर हिन्दुत्व ने मुझे लीला नहीं है।
मैं देख सकता हूँधर्मों केरक्त सने जबड़े।
Sandeeap Sharma
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