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कहते भैया / हरेराम बाजपेयी 'आश'
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16:59, 13 फ़रवरी 2020
है अनाथ-सी लगती भैया,
पंचायत भी परपंची हो गई
रोएँ गाँव के भोले भैया।
3
विधान सभाएँ विधा न माने
है स्वच्छंद विचरती भैया
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