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आवारा अश्आर / तुम्हारे लिए, बस / मधुप मोहता
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03:09, 17 मार्च 2020
प्यार जिंदा है, खरा है अब तक,
टुकड़ा टुकड़ा सहेजा है जिसे बरसों,
जवाब
ख्वाब
आँखों में भरा है अब तक।
आपको और आज़माना क्या,
Lalit Kumar
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