---------------
#रचना_महावीर_जोशी_पुलासर_सरदारशहर_राजस्थान
== मानव ==
मानव तेरे
रूप भयंकर
अलग अलग
सब मे है अन्तर
कोई हीरा
कोई निकले कंकर
कई कपटी
कई भोला शंकर
नरभक्षी
करते कुछ तांडव
कई मानव
कई लगते दानव
*********
By. महावीर जोशी पुलासर
सरदारशहर (राजस्थान)