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तुम्हारे गीत गाना चाहता हूँ / बलबीर सिंह 'रंग'
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13:47, 26 मई 2020
आज मेरा मन तुम्हारे गीत गाना चाहता है।
चाहते थक कर दिवाकर-
चँद्र
चंद्र
नभ का
शाँत
शांत
कोना,
सह सकेगी अब न वृद्धा भूमि सब का भार ढोना,
जीर्ण जग फिर से नई दुनिया बसाना चाहता है।
Sharda suman
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