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लक्ष्मण-रेखा / नोमान शौक़

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{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=नोमान शौक़ }} नहीं !<br />
आप नहीं समझा सकते मुझे<br />
जीने का मतलब!<br />
कितनी देर कसरत करना ज़रुरी है<br />
तन्दुरुस्त रहने के लिए<br />
खाने के लिए मांस माँस उपयुक्त है<br />या साग सब्ज़ियांसब्ज़ियाँ<br />
रोने के लिए<br />
मुनासिब जगह दफ्तर दफ़्तर है<br />
या बाथरुम<br />
मुझे समझाना मुश्किल है।<br />
या फिर<br />
मस्जिद, मंदिर या गिरजाघर में<br />
धार्मर्िक धार्मिक होने का ढोंग करते हुए<br />
मुझे नहीं पूछना किसी से।<br />
किसी तानाशाह के सिंहासन पर<br />
अपने पांव पाँव रखकर सोने का मतलब<br />जानता हूं हूँ मैं।<br />
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