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मुख्यधारा में / नोमान शौक़

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1. उत्तारी गोलार्ध्द से दक्षिणी गोलार्ध्द तक<br />
एक मरीचिका से दूसरी मरीचिका तक<br />
दौड़ते दौड़ते थक चुके हैं हम<br />
प्रदूषण, अन्वेषण और अविष्कार के युग में<br />
कहीं दिखाई नहीं देती <br />
कोई निर्मल, निश्छल धारा<br />
जिसके प्रवाह में <br />
कोई सच्ची सांत्वना<br />
कोई बुलावा हो हमारे लिए<br />
कोई मज़बूत दीवार<br />
जिसके साये में सुस्ता सकें<br />
थोड़ी देर निश्चिन्त हो कर।<br />

क्या पता<br />
कब गिरा दिया जाए<br />
मस्जिद का कौन सा मीनार<br />
हमारे सर पर।<br />
सन्तों और फ़क़ीरों की क़ब्रों पर<br />
कब बन जाए कोई सड़क<br />
या पेशाबख़ाना।<br />
मदरसे में पढ़ते अनाथ बच्चे<br />
रात के किस पहर<br />
सपने में देख लें पुलिस को<br />
और डर के मारे चिल्लाने लगें।<br />
अरबी भाषा में क़ुरआन पढ़ते हुए<br />
कब ख्याल आ जाए<br />
उसामा बिन लादेन की मातृभाषा का।<br />
घर से दफ्तर जाने के लिए निकलें हम<br />
और मुठभेड़ में<br />
किसी आतंकवादी के मरने की ख़बर पाकर<br />
अपनी कलाइयां सूनी करनी पड़ जाएं<br />
मेरी ही बीवी को<br />
क्या पता!<br />

सदियों पहले <br />
चार पत्नियां रखने की इजाज़त से बुनी<br />
पुरानी, अवास्तविक चारपाई पर हम<br />
कांप रहे हैं भय से<br />
या सम्भोग कर रहे हैं<br />
काश समझ पाते आप !<br />


2. आप ही की तरह<br />
बहना चाहते हैं हम भी<br />
बिना थके और बिना रुके<br />
मुख्यधारा में <br />

महीने के पहले दिन<br />
अपनी गर्म जेब में हाथ डाले<br />
बुरा नहीं लगता हमें भी<br />
किसी अच्छे रेस्तरां में जाना<br />
अपनी अर्धांगिनी के साथ<br />
ख़रीदना चाहते हैं हम भी<br />
अपने बच्चे के लिए खिलौने<br />
और किताबें<br />
मां के लिए एक मुसल्ला<br />
जिसके बिना भी वह<br />
मांगती रहती है दुआएं<br />
सारे जग की सलामती के लिए<br />
हम भी ख़रीदना चाहते हैं<br />
अपनी प्रेमिका के लिए क़ीमती उपहार<br />
जिससे नापी जाती है<br />
सच्चाई प्यार की<br />
महानगरों में<br />

क्या अन्तर है<br />
हम में और आप में !<br />

फिर भी इन दिनों<br />
न जाने क्यों<br />
रुंधे हुए गले से ही सही<br />
चीख़ना चाहते हैं हम<br />
आपके मीठे सपनों के सिरहाने बैठकर<br />
गाना चाहते हैं कोई शोक गीत<br />
सूर्य की लालिमा बिखरने तक<br />

क्या हमें<br />
अपने अस्तित्व के बिखरते छंद से<br />
कोई धुन, कोई लय बुनने की<br />
अनुमति देंगे आप !<br />
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