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07:36, 7 जून 2020 {{KKGlobal}}
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<poem>
गाँधी बाबा
गाँधी बाबा गाँधी बाबा
देश के बापू गाँधी बाबा
गोरा भगवलें देश बचवलें
बन के अइलें आँधी बाबा
गाँधी बाबा गाँधी बाबा।
राजकुमार बोलावे गइलें
उनके साथे बापू अइलें
आके ऊ सत्याग्रह कइलें
निलहन से मुकुती दिलवइलें
गाँधी बाबा गाँधी बाबा।
सपना राम राज के बुनलें
आ सुराज के सपना देखलें
सत्य अहिंसा के राही बन
असहयोग के राह देखवलें
गाँधी बाबा गाँधी बाबा।
मर के अमर कहइलें गाँधी
सच के राह देखइलें गाँधी
सद्विचार उनकर बा जिन्दा
जग उजियार बनवले गाँधी।
गाँधी बाबा, गाँधी बाबा
बनके आइलें गाँधी बाबा।
</poem>