गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
छोटी कविताएँ / सुधा गुप्ता
4 bytes removed
,
03:22, 12 जून 2020
फुसफुसाया जा रहा है
सवाल
ज/न्गल
जंगल
में कई दिन से
बुझाने
कोई आगे नहीं आता ।
</poem>
वीरबाला
4,942
edits