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ये मुमकिन है कि मिल जाएँ तेरी खोई चीज़ें / हस्तीमल 'हस्ती'
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09:13, 17 जून 2020
हमारे दिल से सब की सब हैं वो उतरी हुई चीज़ें
दिखाती हैं हमें मजबूरियाँ ऐसे भी दिन
अक़्सर
अक्सर
उठानी पड़ती हैं फिर से हमें फेंकी हुई चीज़ें
Abhishek Amber
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