Changes

मत करो अलगाव / ओम नीरव

1 byte added, 05:06, 20 जून 2020
ज्योति की तुम वर्तिका, हम स्नेह सिंचित स्राव!
जायँगेजाएँगे , ले जायँगे जाएँगे भारत
भँवर के पार,
चाहिए नन्हे पगों को
Mover, Reupload, Uploader
3,965
edits