गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कुछ कहना चाहती थी वो / नंदा पाण्डेय
1 byte added
,
12:15, 8 जुलाई 2020
कुछ कहना चाहती थी वो
पर न जाने क्यों...
'कुछ' कहने की
कोशिस
कोशिश
में
'बहुत-कुछ' छूट जाता था, उसका...
उन यादों से भरी टोकरी को
जिसमें भरे पड़े थे
उसके बीते लम्हों के कुछ रंग-बिरंगे अहसास,कुछ यादें,कुछ वादें और भी बहुत कुछ...
गूंथने बैठ जाती वो
Arti Singh
350
edits