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क्या ख़बर थी मुंहरिफ़ अहल-ए-जहाँ हो जाएँगे / 'दानिश'
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08:46, 28 जुलाई 2020
गर तरन्नुम पर ही 'दानिश' मुंहसिर है शाएरी
फिर तो दुनिया भर के शाएर नग़मा-ख़्वाँ हो जाएँगे
</poem>
Sharda suman
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