1,368 bytes added,
17:01, 3 अगस्त 2020 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त'
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
हम बच्चे हैं भोले भाले
रोज़ सवेरे उठने वाले।
हाथ जोड़कर गाने वाले
ध्यान ईश का करने वाले॥
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
हम बच्चे हैं गुण वाले
सत्य मार्ग पर चलने वाले।
झूठ पाप से डरने वाले
बड़ों का आदर करने वाले॥
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
हम बच्चे हैं दिलवाले
सदा शांति फैलाने वाले।
प्रेम सुमन बरसाने वाले
आगे क़दम बढ़ाने वाले॥
नमन करें हम, नमन करें
देव तुम्हारा नमन करें।
</poem>