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घन गरजत बरसत है मिहरा / शिवदीन राम जोशी
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14:31, 18 सितम्बर 2020
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घन गरजत बरसत है मिहरा
बिजरी चमके डर मोहि लागे, प्यारा लगेरी मिहरा
दादुर मोर पपिहरा बोले, आम की डाल कोयालियाँ बोले
Kailash Pareek
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