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फ़रार / साहिर लुधियानवी

324 bytes added, 09:22, 27 नवम्बर 2020
वो कंवल जिनको कभी उनके लिए खिलना था
उनकी नज़रों से बहुत दूर भी खिल सकते हैं
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'''[[पलायन / साहिर लुधियानवी / सुमन पोखरेल|यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्नलाई यहाँ क्लिक गर्नुहोस्]]'''
 
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