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गइल भइसिया पानी मे / जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
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12:29, 30 नवम्बर 2020
रेकड़ तुरिहें बैमानी में।
गइल भंइसिया पानी में॥
भूखे पेट घास के रोटी
पानी बिना गुथे ना चोटी
Sharda suman
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