गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
एक्ली छुइनँ म / गाब्रिएला मिस्ट्रल / सुमन पोखरेल
363 bytes added
,
04:58, 3 दिसम्बर 2020
अँगालो हालिरहेछु तिमीलाई,
एक्ली छुइनँ म।
...................................................................
'''[[मैं अकेली नहीं हूँ / गब्रिऐला मिस्त्राल / अनिल जनविजय|इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ ।]]'''
</poem>
Sirjanbindu
Mover, Reupload, Uploader
10,371
edits