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कतिविध्न गर्हौँ दिनहरू / हर्मन हेस्स / सुमन पोखरेल
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04:07, 4 दिसम्बर 2020
मैले आफ्नो हृदयभित्रैबाट बुझेँ
प्रेम मर्न सक्छ।
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'''[[कितने भारी हैं ये दिन / हरमन हेस|इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ]]'''
</poem>
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