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स्पर्श / गुलज़ार

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जो आयतें पढ़ नहीं सका
उन के लम्स महसूस कर लिये हैं
 
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'''[[स्पर्श / गुलजार / सुमन पोखरेल|यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ ।]]'''
 
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