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सृष्टि-बिम्ब / भारतेन्दु प्रताप सिंह
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07:45, 29 दिसम्बर 2020
गरज-गरज अम्बर में
जब भर नाद,
प्रबल
सांझ
झंझा
हुंकारे,
घुमड़-घुमड़ बादल चढ़ आयें,
बिजली-कड़के।
Lalit Kumar
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